आजकल म्युचुअल फंड एक बहुत ही लोकप्रिय तरीका है पैसे निवेश करने का। इसमें कई निवेशक अपने पैसे को एक साथ एकत्रित करते हैं और उन पैसों को एक प्रोफेशनल वित्तीय सलाहकार द्वारा प्रबंधित किया जाता है।
म्युचुअल फंड एक सुरक्षित तरीका है पैसों का निवेश करने का। इसमें निवेशकों के पैसे अलग-अलग शेयरों, बॉन्डों, या अन्य संपत्तियों में निवेश किए जाते हैं। इसका मतलब है कि निवेशकों के पैसे न केवल एक ही निवेश में लगाए जाते हैं, बल्कि कई अलग-अलग निवेशों में वित्तीय सलाहकार द्वारा निवेश किए जाते हैं।
कौन से निवेशक म्युचुअल फंड में निवेश करते है
ऐसे निवेशक जो हर महीने शेयर बाजार में निवेश करना चाहते है, किन्तु उनके पास शेयर्स के बारे में रिसर्च करने का वक्त नही है या वे किसी भी पेशेवर निवेशक की भांति रिसर्च नही कर सकते पर वे चाहते है की कोई मार्केट एक्सपर्ट बेहतरीन शेयर्स को सिलेक्ट करे जिनमे वह हर महीने 500 रूपये ( निवेश आर्थिक क्षमता के अनुसार चेंज हो सकता है ) निवेश करते जायेगे । म्युचुअल फंड में मासिक निवेश करने की इस प्रोसेस को SIP कहा जाता है जिसका Fullform होता है सिस्टेमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (Systematic Investment Plan), अर्थात अगर हम सरल शब्दों में कहे तो " ऐसे निवेशक जो हर माह निवेश करना चाहते है वे म्युचुअल फंड में निवेश करते है ।
म्युचुअल फंड के प्रकार
इक्विटी म्युचुअल फंड ( Equity Mutual Fund ) :- Large-Cap Equity Mutual Funds
- Mid-Cap Equity Mutual Funds
- Small-Cap Equity Mutual Funds
- Large- and Mid-Cap Equity Mutual Funds
- Large- and Mid-Cap Equity Mutual Fund
- Overnight Funds
- Liquid Funds
- Ultra-Short Duration Funds
- Low Duration Funds
- Money Market Funds
- Short Duration Funds
- Medium Duration Funds
- Medium to Long Duration Funds
- Long Duration Funds
- Dynamic Bond Funds
- Corporate Bond Funds
- Credit Risk Funds
- Banking and PSU Funds
- Gilt Funds
- Gilt Funds With 10-Year Constant Duration
- Floater Funds
हाइब्रिड म्युचुअल फंड ( Hybrid Mutual Fund ) :
- एग्रेसिव हाइब्रिड फंड (Aggressive Hybrid Funds)
- कंजर्वेटिव हाइब्रिड फंड (conservative hybrid fund)
- डायनेमिक एसेट एलोकेशन फंड (dynamic asset allocation fund)
- आर्बिट्रेज फंड (Arbitrage Funds)
- मल्टी एसेट एलोकेशन फंड (Multi Asset Allocation Fund)
- इक्विटी सेविंग फंड ( Equity Saving Fund )
- Institutional Money Market Mutual Funds
- Retail Money Market Mutual Funds
- सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (SIP)
- लम सम (Lumpsum)
- सिस्टमेटिक ट्रान्सफर प्लान (STP)
- सिस्टमेटिक विड्रावल प्लान (SWP)
- ओपन एंडेड म्युचुअल फंड स्कीम ( Open-Ended Mutual Fund Scheme ) : इस प्रकार के फंड में यूनिट फिक्स होती है । इस प्रकार के फंड में यूनिट ख़त्म हो जाने के बाद निवेश करने के लिए इंतजार करना होता है जब तक की कोई यूनिट होल्ड करने वाला उन यूनिट को बेच ना दे, यूनिट होल्डर के यूनिट बेचने के बाद ही आप यूनिट खरीद सकते है इस तरह से आप इस प्रकार के फंड में निवेश कर सकते है ।
- क्लोस एंडेड म्युचुअल फंड स्कीम ( Close-Ended Mutual Fund Scheme ) : इस प्रकार के फंड में यूनिट फिक्स नहीं होती है, यह फंड ज्यादा लोकप्रिय होते है, इसमें निवेशक जब चाहे निवेश कर सकते है तथा जब चाहे एग्जिट कर सकते है किन्तु एक वर्ष से पहले एग्जिट करने पर उन्हें एग्जिट चार्ज देना होता है ।
- एसेट मैनेजमेंट कंपनी : एसेट मैनेजमेंट कम्पनी एक ऐसी कम्पनी होती है जो म्युचुअल फंड स्कीम बनाती है तथा इस कम्पनी के पास निवेशको का पैसा मैनेज करने का अधिकार होता है, एसेट मैनेजमेंट कम्पनी बनने के बाद यह कंम्पनी फंड मेनेजर को नियुक्त करती है ।
- म्यूचुअल फंड योजना (Mutual Fund Scheme) : म्युचुअल फंड की कम्पनिया बहुत सी म्युचुअल फंड योजनाओ का संचालन करती है, हर योजना में निवेश करने का अलग - अलग लक्ष्य होता है । म्युचुअल फंड की कंपनिया अलग-अलग निवेशो तथा लक्ष्यों के आधार पर कई म्युचुअल फंड योजनाये शुरू करती है ।
- फंड मैनेजर : किसी भी एसेट मैनेजमेंट कम्पनी के फंड को मैनेज करने के लिए जिस व्यक्ति को हायर किया जाता है उसे फंड मैनेजर कहते है, किसी भी योजना (स्कीम) में पैसा लगाने की जिम्मेदारी फंड मेनेजर की ही होती है, किसी भी एसेट मैनेजमेंट कम्पनी के पास पास कई फंड मेनेजर होते है ।
- एनएवी (NAV) : किसी भी म्युचुअल फंड की एक यूनिट की जो कीमत होती है उसे उस म्युचुअल फंड की NAV कहते जिसका fullform नेट एसेट वैल्यू ( Net Asset Value ) होता है । इसे हम एक उदहारण से समझते है, जैसे की किसी म्युचुअल फंड की NAV 100 रूपये है और आप इस म्युचुअल फंड में 500 रूपये प्रतिमाह निवेश करते है तो प्रतिमाह आपके अकाउंट में 5 यूनिट जमा कर दी जाएगी अब हम मान लेते है की पिछले महीने आपने 100 के मूल्य से 5 यूनिट खरीदी थी अब इस यूनिट का मूल्य 110 रूपये हो गयी है तो इसका सीधा सा मतलब है की आपने एक यूनिट पर 10 रूपये का मुनाफा कमाया।
- NFO या न्यू फंड ऑफर : किसी भी म्युचुअल फंड कंपनी के द्वारा नयी म्युचुअल फंड स्कीम लांच करने को NFO या न्यू फंड ऑफर कहा जाता है , म्युचुअल फंड कंपनिया समय - समय पर नयी - नयी स्कीम लागु करती रहती है और उसका प्रचार भी करती है ।
- डायरेक्ट म्युचुअल फंड : इस प्रकार की म्युचुअल फंड में किसी को भी कमिशन दिए बिना निवेश किया जाता है ।
- रेगुलर म्युचुअल फंड : इस प्रकार के म्युचुअल फंड में निवेश करने के लिए एजेंट या वेबसाइट को कमिशन देना होता है ।
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